देवनागरी में लिखें

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Tuesday 22 November 2011

शुक्रिया.... ! बहुत -बहुत शुक्रिया.... !!

                                                            शुक्रिया.... ! बहुत -बहुत शुक्रिया.... !!

हम नाम नहीं हम ,
   " किरण " अर्थ है हमारे नाम का.... !
शायद इसीसे एक से शौक हमारे ,
    लिखना अपनी - अपनी पसंद ,
पसंद अपनी लेख्य - लेखनी शायद.... !!

ऊँगली लिखे कुछ शब्द ,
   जब भी Facebook पर ,
आपका भी कुछ लिखना ,
    तभी Facebook पर ,
लगे , आपने थामा , मेरी ऊँगली.... !!        

आपके पास अनुभव है ,वर्षौ का ,
     वर्षों से , लिखतीं आ रहीं हैं आप .... !
आप हैं मेरी मार्ग दर्शिका ,
     मार्गदर्शन करती रहेगीं , हमेशा .... !!

कुछ ,कुछ भी गलत लगे ,
   लगे हाथ सुधार देगीं ,सबकुछ .... !
शुक्रिया कहना है औपचारिकता ,
   औपचारिकता , हमेशा होता जरुरी.... !!
                                                
                                                   शुक्रिया.... ! बहुत -बहुत शुक्रिया.... !!





5 comments:

Kailash Sharma said...

सुन्दर भाव...

vandana gupta said...

यही तो मार्गदर्शक का काम होता है सही राह दिखाना।

सदा said...

वाह ...बहुत खूब ।

अनुपमा पाठक said...

सुन्दर!

रश्मि प्रभा... said...

बस यह साथ रहे ... क्योंकि इस साथ में मौन भी मुखर है ...